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Juli Kumari-September 23, 2022
सर्जरी से कैसे ठीक होती है मिर्गी की समस्या?
एपिलेप्सी को आम भाषा में मिर्गी कहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं हजारों लोगों में मिर्गी अलग-अलग प्रकार की होती है और लोग इसे एक आम बीमारी की तरह देखते हैं लेकिन ये एक गंभीर रोग है। समाज में शर्मिंदगी के डर से इसपर गौर ना करना मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। अगर आपको मिर्गी की समस्या है तो इसे तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, ऐसा नहीं किया गया तो एपिलेप्सी सर्जरी (Epilepsy surgery) की भी नौबत आ सकती है।
मिर्गी क्या होती है? (Epilepsy Definition)
मिर्गी को लेकर अधिक जानकारी (Epilepsy Definition) की बात करें तो, डॉक्टर्स के अनुसार मिर्गी एक प्रकार का क्रोनिक डिसऑर्डर है जिसमें मिर्गी से पीड़ित व्यक्ति को कई तरह के दौरे पड़ते हैं, जिसे न्यूरोलॉजिकल यानि दिमाग की बीमारी का लक्षण भी माना जाता है। आपको बता दें कि न्यूरोलॉजिकल समस्याएं दिमाग में कुछ गड़बड़ी या असंतुलन की वजह से होती हैं।
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मिर्गी के लक्षण (Epilepsy Symptoms)
मिर्गी के लक्षणों (Epilepsy Symptoms) को पहचानना काफी आसान होता है, जिस भी व्यक्ति को मिर्गी की परेशानी होती है उसे मिर्गी के कुछ आम लक्षण जैसे - अचानक गिर जाना, बेहोश हो जाना, झटके महसूस होना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, मुंह से झाग आना और जीभ काट लेना जैसे लक्षण महसूस होते हैं। अगर आपको ये सारे लक्षण (Epilepsy Symptoms) दिख रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि इसे नजरअंदाज करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
मिर्गी के लिए सर्जरी के प्रकार (Types of Epilepsy Surgery)
मिर्गी की बीमारी (seizure disorder) होने पर शुरुआती दिनों में तो डॉक्टर कुछ दवाइयों के सेवन की सलाह देते हैं, बहुत हद तक दवाइयों से ही बीमारी का इलाज (seizure treatment) किया जा सकता है, लेकिन लगभग 30% मिर्गी के मामलों को सुधारने के लिए सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है। ऐसी स्थिति तब आती है जब रोगी का दौरा किसी भी तरह के इलाज से ठीक नहीं होता है, ऐसे में ब्रेन सर्जरी की जाती है। मिर्गी के लिए सर्जरी के कई प्रकार (Types of Epilepsy Surgery) हैं जैसे-
1.मल्टीपल सबपियल ट्रांसेक्शन (Multiple subpial transection)
मल्टीपल सबपियल ट्रांसेक्शन सर्जरी की एक दुर्लभ प्रक्रिया है। डॉक्टर इस सर्जरी की सलाह केवल उन लोगों को ही देते हैं जिन्हे लगातार दौरे पड़ते हैं। इस प्रोसेस में मिर्गी के दौरे (seizure attack) के प्रभाव को खत्म करने के लिए मस्तिष्क के कुछ प्रभावित हिस्से को काट कर निकाला जाता है।
2.रिसेक्टिव सर्जरी (Resective surgery)
रिसेक्टिव सर्जरी को मिर्गी के लिए सबसे आम सर्जरी मानी जाती है। इस दौरान मिर्गी से पीड़ित व्यक्ति को एमआरआई कराने की सलाह दी जाती है, जिससे डॉक्टर ये पता लगा पाएं कि मस्तिष्क में मिर्गी के दौरे कहां आते हैं। ये पता लगाने के बाद डॉक्टर लेजर सर्जरी के माध्यम से शल्य चिकित्सा से मस्तिष्क के उस हिस्से को हटाते हैं जहां मिर्गी के दौरे (seizure attack) पड़ते हैं। इस तरह से रिसेक्टिव सर्जरी मिर्गी के इलाज (seizure treatment) की सबसे आसान प्रकिया है।
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3.हेमिस्पेयरेक्टॉमी (Hemispherectomy)
हेमिस्पेयरेक्टॉमी की इस प्रक्रिया में पीड़ित व्यक्ति के पूरे मस्तिष्क के बाहरी ऐरिया को हटा दिया जाता है ये तब किया जाता है जब मरीज की स्थिति गंभीर हो और मस्तिष्क का पूरा हिस्सा दौरे से प्रभावित हो गया हो। आमतौर पर ये सर्जरी मस्तिष्क में गड़बड़ी के साथ पैदा होने वाले बच्चों का किया जाता है।
4.कॉर्पस कॉलोसोटॉमी (Corpus callosotomy)
इस सर्जरी से केवल दौरे की गंभीरता को कम किया जा सकता है इससे मिर्गी को खत्म नहीं किया जा सकता। इस सर्जरी में पीड़ित व्यक्ति के दिमाग के दोनों किनारों के बीच नर्व फाइबर्स को काटा जाता है जिससे पूरा मस्तिष्क मिर्गी के दौरे (seizure attack) के संपर्क में ना आए।
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मिर्गी की सर्जरी के बाद क्या करना है?
आमतौर पर मिर्गी की सर्जरी के बाद, सिरदर्द और चेहरे व मस्तिष्क में सूजन की शिकायत रहती है। इसके लिए डॉक्टर आपको कुछ दवाइयां देते हैं जिससे सूजन व दर्द का असर कम होने लगता है। सर्जरी के बाद पीड़ित व्यक्ति को कुछ दिनों तक दवाइयों का सेवन करते रहना है, ये आपको जल्दी रिकवर होने में मदद करेंगी। मस्तिष्क की सर्जरी के बाद आपको आराम की आवश्यकता होती है ऐसे में पीड़ित व्यक्ति को लगभग चार से छह सप्ताह तक रेस्ट लेना चाहिए।
ब्लॉग में दी गई तथ्यों की पुष्टि
डॉ राहुल शर्मा जनरल फिजिशियन (एमबीबीएस),
Frequently Asked Question ( FAQs)
1. मिर्गी की बीमारी क्यों होती है?
जब किसी व्यक्ति को बार-बार दौरे पड़ते हैं तो इस स्थिति को मिर्गी कहते हैं। ये अक्सर दिमागी खराबी के कारण होता है। डॉक्टर के अनुसार बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। आपको बता दें कि आज भी गांव में कई ऐसे बच्चें हैं जो मिर्गी के गंभीर स्तर से पीड़ित हैं लेकिन उनका इलाज नहीं हो पाता है, ऐसी स्थिति में वो मेडफो हेल्पलाइन नंबर 88569-88569 पर कॉल करके आयुष्मान योजना के तहत फ्री सर्जरी करवा सकते हैं।
2. मिर्गी आने से पहले क्या होता है?
मिर्गी आने से पहले पीड़ित व्यक्ति का दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है। व्यक्ति का शरीर लड़खड़ाने लगता है। इसके अलावा अचानक गिर जाना, बेहोश हो जाना और हाथ-पांव में झटके आना भी मिर्गी के शुरुआती संकेत होते हैं।
3. मिर्गी कब आती है?
मिर्गी जैसी बीमारी (seizure disorder) होने के कई कारण हैं। डॉक्टर के अनुसार मिर्गी का कारण (epilepsy causes) दिमागी चोट या चोट के निशान रह जाना होते हैं जिससे मिर्गी का दौरा पड़ता है।
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