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Juli Kumari-December 12, 2022

Ayushman Card: आयुष्मान कार्ड से जुडी 6 बड़ी अफवाहें

आयुष्मान कार्ड से जुडी 6 बड़ी अफ़वाए और सच्चाई

वो कहते हैं न कि बीमारियां उम्र नहीं देखती, ये किसी भी उम्र के लोगों को अपना शिकार बना सकती हैं और अस्पताल में भर्ती होने तक की नौबत आ जाती है और फिर चंद मिनटों में आपकी सारी जमा-पूंजी निकल जाती है। लेकिन कई परिवार ऐसे भी हैं जो इस महंगाई में बीमारियों और दवाइयों पर खर्च करने में असमर्थ हैं उनके लिए इलाज का खर्चा उठाना काफी मुश्किल है। ऐसे ही लोगों के लिए सरकार की तरफ से आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना (Ayushman bharat jan arogya yojana) की शुरूआत की गई जिसके माध्यम से हर गरीब और सहायक परिवार को एक आयुष्मान कार्ड (ayushman card) दिया जाता है जिसके तहत सालाना 5 लाख रुपय तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती है। जिससे उन लोगों को इलाज में सहायता मिल सके |

वैसे तो आयुष्मान कार्ड के कई फायदे हैं लेकिन अभी भी हजारों लोग ऐसे हैं जिन्हे आयुष्मान कार्ड को लेकर कुछ खास जानकारी नहीं है जिसकी वजह वो भ्रम में रहते हैं और कई अस्पताल आपातकालीन स्थिति में इसका फायदा उठा लेते हैं। तो चलिए जानते हैं आयुष्मान योजना और आयुष्मान कार्ड से संबंधित भ्रम और सच्चाई के बारे में।

आयुष्मान योजना क्या है?

आपने सुना होगा कि किसी भी बात की तय तक जाने से पहले उसके बारे में सभी ज़रूरी जानकारियां होनी चाहिए तभी आप सही फैसला ले सकते हैं तो आयुष्मान योजना के बार में फैली अफवाहों के बारे में जानने से पहले योजना के बारे में जान लेते हैं। 

'आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की मदद से गरीब व्यक्ति परिवारों को हर साल 5 लाख रुपय तक के मुफ्त इलाज का लाभ मिलता है। बता दें कि इस प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरूआत केंद्र सरकार द्वारा की गई थी लेकिन अब कई राज्य सरकारें भी इस स्वास्थ्य योजना से जुड़ चुकी हैं।

आयुष्मान योजना व आयुष्मान कार्ड के बारे में अफवाहें और सच्चाई

इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड धरकों के खातें में हर साल 5 लाख रुपय आते हैं।

बता दें कि ज्यादात्तर लोगों को आयुष्मान भारत योजना (ayushman bharat yojana) के बारे में जानकारी है, लेकिन अभी भी हजारों लोग ऐसे हैं जो इस योजना के बार में कुछ खास जानकारी नहीं रखते हैं और अफवाहों पर भरोसा करते हैं। तो चलिए जानते हैं आयुष्मान योजना के बारे में फैल रही अफवाहें और सच्चाई के बारे में।

अभवाह 1: इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड धरकों के खातें में हर साल 5 लाख रुपय आते हैं।

सच्चाई 1: आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड धारक पैनल में शामिल किसी भी सरकारी ये प्राइवेट अस्पताल में अपना 5 लाख रुपय तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।

आयुष्मान कार्ड धरकों को हर साल 5 लाख रुपय

ये राशि लाभार्थियों के खाते में नहीं आती ह बल्कि आप अस्पताल में कार्ड दिखाकर हर वर्ष 5 लाख रुपय तक के मुफ्त इलाज का लाभ उठा सकते हैं। अगर आप आयुष्मान कार्ड के पात्र हैं और आपका कार्ड नहीं बना है तो अपने आसपास के जनसेवा केंद्र जाकर आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन (ayushman card apply) कर सकते हैं।

अफवाह 2: आयुष्मान भारत योजना (ayushman bharat yojana) का लक्ष्य पात्र परिवार के हर सदस्य के इलाज में 5 लाख रुपय तक कवर करवाना है।  

सच्चाई 2: आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य पात्र परिवार के सदस्यों को हर वर्ष 5 लाख रुपय तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देना है| इस योजना की शुरुआत साल 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई थी जिससे करीब 50 करोड़ लोगों को लाभ मिला है। आपको बता दें कि, इस बीमा का लाभ केवल गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवार ही उठा सकते हैं।

अफवाह 3: आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) योजना की प्रतीक्षा समय (waiting time) काफी ज्यादा है।

सच्चाई 3: आयुष्मान भारत योजना (AB-PMJAY) के तहत होने वाले इलाज में कोई प्रतीक्षा समय नहीं है|

  आयुष्मान भारत योजना (AB-PMJAY) के तहत होने वाले इलाज में कोई प्रतीक्षा समय नहीं है

इतना ही नहीं जो बीमारियां आपको पहले से हैं उसका भी आप आसानी से इलाज करवा सकते हैं इसके लिए आपको इंतजार करने की ज़रूरत नहीं है। 

अफवाह 4: आयुष्मान कार्ड (ayushman card) से आप पूरी तरह से कैशलेस और पेपरलेस स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं उठा सकते हैं। 

सच्चाई 4: आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं और इलाज को आसान बनाना है। आयुष्मान कार्ड से आप पूरी तरह से पेपरलेस और कैशलेस स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं इसके लिए आपको अपने जेब से पैसे खर्च नहीं करने हैं आपके इलाज का भुगतान पूरी तरह से सरकार द्वारा की जाती है। 

आयुष्मान कार्ड से मुफ्त इलाज के लिए मेडफो हेल्पलाइन नंबर 88569-88569 पर कॉल करें। 

अभवाह 5: आयुष्मान भारत योजना के अंदर केवल सर्जरी होती है।

सच्चाई 5: आयुष्मान योजना के अंदर हजारों बीमारियां शामिल हैं। इसके तहत बनने वाले आयुष्मान भारत कार्ड (ayushman bharat card) से केवल सर्जरी नहीं होती है बल्कि इलाज से संबंधित और भी खर्चे कवर किए जाते हैं। जैसे अस्पताल में भर्ती होने के बाद 15 दिनों तक खर्च कवर होगा। डेंगू, मलेरिया और शुगर जैसी हजारों बीमारियां और COVID-19 का उपचार भी आयुष्मान योजना में शामिल है। इसके साथ ही अस्पताल में रहने का खर्च भोजन सेवाएं और आवास भी शामिल है।

 

ये भी पढ़ें - आयुष्मान कार्ड अस्पताल सूची ऑनलाइन कैसे देखें?

Frequently Asked Question ( FAQs)

1.आयुष्मान कार्ड के नियम क्या है?

आयुष्मान कार्ड बनवाने के नियम  की बात करें तो आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए, परिवार के लोगों की पहचान गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोग, सभी सुविधाओं से वंचित, बीपीएल (BPL) धारक के रूप में होनी चाहिए। इस कार्ड के लिए आवेदक के नाम पर कोई पक्का घर नहीं होना चाहिए, आवेदक ने केंद्र सरकार की किसी भी आवासीय योजना के द्वारा कोई फायदा ना लिया हो। 

2.आयुष्मान कार्ड बनवाने में कितना पैसा लगता है?

आयुष्मान भारत योजना के तहत मिलने वाले कार्ड को मुफ्त कर दिया गया है, इसके लिए बस ₹30 शुल्क का भुगतान करना पड़ता था। सरकार की योजना से गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों को काफी राहत मिल रही है। अगर आप आयुष्मान कार्ड बनवाने के पात्र हैं तो अपने नीजी सामान्य जनसेवा केंद्र से संपर्क करें, लिस्ट में अपना नाम चेक (ayushman card check) करवाएं और मात्र 30 रुपय का भुगतान करके अपना कार्ड बनवा लें। 

3.आयुष्मान कार्ड के लिए कौन पात्र है?

जिनके पास कच्चा मकान, परिवार में कोई व्यस्क ना हो, परिवार के सदस्यों में से कोई दिव्यांग हो, परिवार की मुखिया महिला होनी चाहिए, भूमिहीन व्यक्ति, अनुसूचित जाति जनजाती और दिहाड़ी मजदूर आदि आयुष्मान कार्ड के पात्र होते हैं।  

अगर आपके पास आयुष्मान कार्ड है तो किसी भी प्रकार की बीमारी के इलाज के लिए मेडफो हेल्पलाइन नंबर 88569-88569 पर कॉल करें और अपना मुफ्त इलाज करवाएं ।